Existence of God ईश्वर का अस्तित्व

Existence of God ईश्वर का अस्तित्व

एक राजा को ईश्वर के अस्तित्व पर शंका थी। उसने अपने मंत्रियों से ईश्वर के होने का प्रमाण लाने को कहा। उनमें से एक मंत्री इस प्रश्न का उत्तर लेने के लिए अपने गुरु के गुरुकुल में पहुँचा और अपने गुरु के सम्मुख अपनी जिज्ञासा रखी। गुरु बोले "वत्स! इस प्रश्न का उत्तर तो मेरा कोई भी विद्यार्थी दे देगा।" यह कहकर उन्होंने अपने एक विद्यार्थी को मंत्री के साथ कर दिया। मंत्री उस विद्यार्थी को लेकर राजा के दरबार में पहुँचा। राजा ने विद्यार्थी को अचरज भरी दृष्टि से देखा कि इतना छोटा बालक इतने गूढ़ प्रश्न का उत्तर कैसे दे पाएगा ?

विद्यार्थी ने राजा से एक कटोरा दूध मँगाया और दूध आने पर वह उसमें बार-बार उँगली डालकर देखने लगा। बहुत देर ऐसा होने पर राजा ने पूछा-' 'तुम यह क्या कर रहे हो ?" विद्यार्थी बोला- "महाराज! दूध में मक्खन होता है, वही खोज रहा हूँ।" राजा बोले – “ पर मक्खन तो दूध को उबालकर मिलता है।" विद्यार्थी बोला 'महाराज! ऐसे ही ईश्वर भी संपूर्ण सृष्टि में व्याप्त है और दूध में मक्खन की भाँति अदृश्य है । तप और साधना द्वारा व्यक्तित्व को उबालने या तपाने पर उसे पाया जा सकता है।" राजा की जिज्ञासा का समाधान हो गया।

साभारः- सितंबर, 2016, अखण्ड ज्योति, पृष्ठ संख्या - 41