Sinking Not Solution डूबाना समाधान नहीं
एक महात्मा नाव पर जा रहे थे। उसी में कुछ दुष्ट भी बैठे थे। महात्मा का सिर घुटा हुआ देखकर दुष्टों को शरारत सूझी। वे धड़ाधड़ उनकी खोपड़ी पर चपत लगाने का मजा लूटने लगे। आकाश के देवता यह दृश्य देखकर बहुत क्रुद्ध हुए। महात्मा से पूछा- “कहो तो नाव उलट दें और इन सभी पापियों को नदी में डुबो दें।” महात्मा ने हँसते हुए कहा – “उलटना और डुबोना तो सभी जानते हैं। आप देवता हैं तो इन्हें उलटकर सीधा कीजिए और डुबाने की अपेक्षा उबार दीजिए।" देवताओं ने वैसा ही किया।
साभारः- अगस्त, 2004, अखण्ड ज्योति, पृष्ठ संख्या -09