#

#

hits counter
Ekadashi एकादशी, पापाङ्कुशा एकादशी पंचक आरम्भ

बुद्धिमान

Kahlil Gibran खलील जिब्रान

एक बुद्धिमान पुरूष की प्रशंसा उसकी अनुपस्थिति में कीजिए किन्तु स्त्री की प्रशंसा मुख पर ।