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Ekadashi एकादशी, पापाङ्कुशा एकादशी पंचक आरम्भ

मुक्ति

Swami Vivekananda स्वामी विवेकानन्द

सच्चे संन्यासी तो अपनी मुक्ति की भी उपेक्षा करते हैं. जगत् के मंगल के लिए ही उनका जन्म होता है।