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Ekadashi एकादशी, पापाङ्कुशा एकादशी पंचक आरम्भ

युसहो मालि ह्यॆड्यम गेल्यम मसखरी कर्यम   Lalla Wakh -00

युसहो मालि ह्यॆड्यम गेल्यम मसखरी कर्यम   Lalla Wakh -00



युसहो मालि ह्यॆड्यम गेल्यम मसखरी कर्यम
सुय हो मालि मनस खर्यम नॖ ज़ांह
शिव पनुन यॆलि अनुग्रह कर्यम
लूकॖ ह्यडुन म्यॆ कर्यम क्याह
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अर्थात:- लोग भले ही मेरी निंद्या या व्यंग करके हंसेंगे, मेरे मन में उस के लिए कोई दुर्भावना नहीं होगी। यदि शिव मुझ पर अनुग्रह करेंगे तो यह बातें अर्थात निंदा, व्यंग आदि मेरा कुछ भी बिगाड नहीं सकती या मेरे मन में कोई विकार नहीं ला सकती हैं