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Ekadashi एकादशी, पापाङ्कुशा एकादशी पंचक आरम्भ

नफ़रत

नफ़रत

नफ़रत का खुद का कोई अस्तित्व नहीं होता।
वह केवल प्रेम की गैरहाज़िरी का परिणाम हैं।।